Tesla Model Y दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla आखिरकार भारत में अपना पहला शोरूम खोलने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, टेस्ला की पहली डीलरशिप मुंबई में जुलाई के मध्य तक शुरू हो जाएगी, और लगभग उसी समय पर दिल्ली में भी एक शोरूम खुलने की संभावना है। यह भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि वर्षों से टेस्ला की भारत में एंट्री को लेकर चर्चा चल रही थी।
Tesla Model Y से होगी शुरुआत
भारत में टेस्ला की बिक्री की शुरुआत Tesla Model Y से की जाएगी। यह SUV दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ी है। जानकारी के मुताबिक, Tesla ने Model Y की पांच यूनिट्स को शंघाई, चीन से मुंबई शिप किया है। इन कारों की कीमत लगभग ₹27.7 लाख (US$31,988) बताई जा रही है, जबकि इन पर ₹21 लाख का आयात शुल्क लग चुका है।

भारत में Tesla Model Y की संभावित कीमत ₹49-50 लाख (एक्स-शोरूम) के आसपास रखी जाएगी। अमेरिका में यही कार लगभग $44,990 (₹39 लाख) में मिलती है, और सरकारी सब्सिडी के बाद अमेरिकी ग्राहक इसे केवल $37,490 (₹32 लाख) में खरीद सकते हैं।
सुपरचार्जर नेटवर्क और स्पेयर पार्ट्स भी हुए भारत में आयात
Tesla Model Y Tesla ने सिर्फ कार ही नहीं, बल्कि भारत में सुपरचार्जर नेटवर्क को शुरू करने के लिए जरूरी चार्जिंग स्टेशन के पुर्जे भी अमेरिका, चीन और नीदरलैंड्स से मंगवाए हैं। इसके अलावा, स्पेयर पार्ट्स, एक्सेसरीज़ और ब्रांड मर्चेंडाइज़ भी भारत में आयात की गई हैं ताकि बिक्री शुरू होते ही ग्राहकों को सम्पूर्ण अनुभव मिल सके।
भारत में देरी का कारण – आयात शुल्क और मैन्युफैक्चरिंग विवाद
टेस्ला की भारत में एंट्री काफी समय से अटकी हुई थी। इसका मुख्य कारण था कंपनी और भारत सरकार के बीच लोकल मैन्युफैक्चरिंग और उच्च इंपोर्ट ड्यूटी को लेकर मतभेद। टेस्ला चाहती थी कि उसे भारत में कारें बेचने की अनुमति बिना स्थानीय उत्पादन के मिले, जबकि सरकार चाहती थी कि कंपनी यहां फैक्ट्री लगाए।

हालांकि, इस साल फरवरी में टेस्ला के CEO एलन मस्क और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका में मुलाकात हुई थी। उसके बाद भारत सरकार ने एक नई ईवी नीति पेश की, जिसके तहत यदि कोई विदेशी कंपनी तीन साल के भीतर भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करती है, तो उसे आयात शुल्क में राहत मिल सकती है।
भारत में EV मार्केट की स्थिति
वर्तमान में भारत का इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट शुरुआती चरण में है। कुल पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में ईवी का हिस्सा केवल 5 प्रतिशत है। इसमें से प्रीमियम सेगमेंट का योगदान महज 2 प्रतिशत है। ऐसे में टेस्ला के लिए भारत में Model Y को एक वैल्यू फॉर मनी इलेक्ट्रिक SUV के रूप में स्थापित करना एक बड़ी चुनौती होगी।
भारत में फैक्ट्री और लोकल प्रोडक्शन
सरकार की नई नीति को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि टेस्ला आने वाले वर्षों में भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी स्थापित कर सकती है। इससे न केवल कारों की कीमतों में कमी आएगी, बल्कि भारत को एक्सपोर्ट हब के रूप में भी विकसित किया जा सकता है।
निष्कर्ष- Tesla Model Y भारत में टेस्ला की एंट्री इलेक्ट्रिक व्हीकल उद्योग के लिए एक बड़ा मोड़ साबित हो सकती है। Tesla Model Y जैसे ग्लोबली सक्सेसफुल EV का भारत में आना न केवल प्रीमियम ईवी सेगमेंट को गति देगा, बल्कि भारतीय ग्राहकों के लिए एक नया अनुभव लेकर आएगा। यदि टेस्ला भारत में स्थानीय उत्पादन शुरू करती है, तो कीमतों में गिरावट और EV अपनाने की रफ्तार और तेज हो सकती है।
Disclaimer- दी गई जानकारी सार्वजनिक रिपोर्ट्स, मीडिया सूत्रों और उपलब्ध आंकड़ों पर आधारित है। टेस्ला की डीलरशिप की तारीख, कीमतें और मॉडल डिटेल्स में समय के साथ बदलाव संभव है। कृपया किसी भी खरीद या निवेश से पहले आधिकारिक टेस्ला इंडिया वेबसाइट या प्रामाणिक स्रोतों से पुष्टि अवश्य करें। यह लेख केवल सामान्य जानकारी हेतु है।
यह भी पढ़े⟫
- Kia Carens Clavis EV 2025: अब फैमिली कार भी चलेगी बिजली से!, लुक ऐसा की Creta EV भी शर्मा जाए!
- Poco F7 Price in India, भारत में 24 जून को लॉन्च, जानें कीमत, फीचर्स और स्पेसिफिकेशन
जुड़े रहिए NEWSGERY.COM के साथ, ऐसे ही तकनीकी, ऑटोमोबाइल, ट्रेंडिंग और अंतरराष्ट्रीय मामलों की हर ताज़ा खबरों के लिए।