Rishabh Pant की समझदारी भरी पारी पर फिदा हुए सुनील गावस्कर | IND vs ENG 1st Testभारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले, लीड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने अपनी बल्लेबाज़ी से सबका दिल जीत लिया। जहां पहले उन्हें लापरवाही भरे शॉट्स के लिए आलोचना मिलती थी, वहीं अब उनकी शांत और समझदारी से भरी पारी ने दिग्गजों को भी प्रभावित कर दिया।
पंत की पारी: 65* रन, 102 गेंद, 6 चौके, 2 छक्के
Rishabh Pant ने 102 गेंदों में नाबाद 65 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 6 चौके और 2 छक्के लगाए। उन्होंने कप्तान शुभमन गिल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 138 रनों की अहम साझेदारी की, जिसने भारत को मज़बूत स्थिति में ला दिया।
शुरुआत में आक्रामक, फिर संभलकर खेले
Rishabh Pant ने अपनी पारी की शुरुआत बेन स्टोक्स की गेंद पर चौका लगाकर की। लेकिन उसके बाद उन्होंने खेल को समझदारी से आगे बढ़ाया। शॉएब बशीर के खिलाफ उन्होंने 44 गेंदों में सिर्फ 16 रन बनाए। उन्होंने गेंदबाज़ों को थकने का इंतज़ार किया और फिर आक्रमण किया।
सुनील गावस्कर ने की पंत की जमकर तारीफ
दिग्गज बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर, जो पहले Rishabh Pant की गैर-जिम्मेदार बल्लेबाज़ी की आलोचना करते थे, इस बार उनकी तारीफ करते नहीं थके। उन्होंने कहा:
“जब वो शुरुआत में एक-दो चौके लगाते हैं तो उन्हें आज़ादी मिलती है। इस बार उन्होंने समय लिया, गेंदबाज़ों को थकाया और फिर बड़े शॉट्स लगाए। यही समझदारी उन्हें खास बनाती है।”
तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ मजबूत डिफेंस
गावस्कर ने कहा कि Rishabh Pant जब तेज़ गेंदबाज़ों के सामने डिफेंस करते हैं तो ऐसा लगता है कि उनके पास बहुत समय है। वो सिर्फ मिडल करते हैं और गेंदबाज़ों पर दबाव बना देते हैं।
“दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में उनके शतक शानदार थे। पहले डिफेंस और फिर अटैक — यही उनकी खासियत है।”
3000 टेस्ट रन पूरे, धीमी लेकिन क्लासिक फिफ्टी
पंत ने 91 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। इसी पारी के दौरान उन्होंने अपने टेस्ट करियर के 3000 रन भी पूरे कर लिए। 48वीं गेंद पर वोक्स के खिलाफ चौका, फिर बशीर को एक चौका और एक छक्का लगाकर उन्होंने रफ्तार पकड़ी।
निष्कर्ष- Rishabh Pant की यह पारी दिखाती है कि वह अब सिर्फ एक आक्रामक बल्लेबाज़ नहीं, बल्कि एक समझदार टेस्ट खिलाड़ी भी बन चुके हैं। सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों की तारीफ से ये साफ है कि पंत ने अपने खेल में परिपक्वता लाई है। अगर वो इसी तरह खेलते रहे, तो आने वाले समय में वो भारत के सबसे बेहतरीन टेस्ट खिलाड़ियों में गिने जाएंगे।