Organ Donation अंगदान एक ऐसा महत्वपूर्ण और परोपकारी कार्य है, जिसमें एक व्यक्ति अपने शरीर के एक या एक से अधिक अंगों को किसी अन्य व्यक्ति को दान करता है, जिसे उसकी आवश्यकता होती है। अंगदान से किसी व्यक्ति का जीवन बचाया जा सकता है या उसकी जीवन गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। अंगदान तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को अंगों की आवश्यकता होती है और दूसरा व्यक्ति अपने स्वस्थ अंगों को दान करने के लिए तैयार होता है। यह दान या तो एक जीवित व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है या एक मृत व्यक्ति के अंगों का दान किया जा सकता है।
अंगदान का महत्व
अंगदान का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इससे किसी की जान बचाई जा सकती है। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति के गुर्दे, दिल, लिवर या फेफड़े खराब हो जाते हैं और उन्हें प्रत्यारोपण की जरूरत होती है, तो दान किए गए अंग से उनकी जान बचाई जा सकती है। एक अंगदाता के दान किए गए अंग 8 से 10 लोगों की जान बचा सकते हैं।
अंगदान के लिए योग्यता
अंगदान के लिए योग्यता का निर्धारण कई कारकों पर आधारित होता है, जिनमें दाता की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति, और अन्य महत्वपूर्ण पहलू शामिल होते हैं। अंगदान के लिए किसी व्यक्ति को योग्य मानने से पहले चिकित्सा विशेषज्ञ कई परीक्षण और मूल्यांकन करते हैं। नीचे अंगदान के लिए आवश्यक योग्यता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
1. आयु सीमा (Age Criteria)
वयस्कों के लिए: आमतौर पर 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वयस्क अंगदान के लिए योग्य होते हैं। हालांकि, कुछ अंग और ऊतक ऐसे भी होते हैं जिन्हें छोटे बच्चों से भी दान लिया जा सकता है।
उच्चतम आयु सीमा: अंगदान के लिए कोई निश्चित उच्चतम आयु सीमा नहीं होती। यदि दाता के अंग स्वस्थ और कार्यशील हैं, तो वृद्धावस्था में भी अंगदान किया जा सकता है।
2. स्वास्थ्य स्थिति (Health Status)
सामान्य स्वास्थ्य: दाता को सामान्य रूप से स्वस्थ होना चाहिए। कोई गंभीर या सक्रिय संक्रमण, कैंसर, HIV, हेपेटाइटिस, या अन्य संक्रामक रोग होने पर अंगदान की संभावना कम हो सकती है।
क्रॉनिक बीमारियाँ: कुछ दीर्घकालिक बीमारियों वाले व्यक्ति, जैसे कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या हृदय रोग के बावजूद, अंगदान कर सकते हैं, बशर्ते उनकी बीमारी नियंत्रित हो और अंग स्वस्थ हों।
मानसिक स्वास्थ्य: दाता का मानसिक स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है। जीवित दाताओं के लिए, यह सुनिश्चित किया जाता है कि वे मानसिक रूप से अंगदान के निर्णय को समझने और उस पर सहमति देने के लिए सक्षम हैं।
3. जीवित अंगदान के लिए विशेष योग्यता (Living Donation Eligibility)
फिजिकल फिटनेस: जीवित दाता को शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। उनकी गुर्दे, लीवर, या अन्य अंगों का कार्य सामान्य होना चाहिए।
खून की जांच: दाता का रक्त समूह और अंग प्राप्तकर्ता के रक्त समूह में अनुकूलता होनी चाहिए। इसके अलावा, अंगों के HLA टाइपिंग (Human Leukocyte Antigen Typing) का भी परीक्षण किया जाता है।
जीवित दान की इच्छाशक्ति: जीवित दाता की अंगदान के प्रति स्वैच्छिक इच्छा महत्वपूर्ण है। उन्हें अंगदान के जोखिमों और परिणामों के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है, और बिना किसी दबाव के निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
4. मृत अंगदान के लिए योग्यता (Deceased Donation Eligibility)
ब्रेन डेथ का प्रमाण: मृत अंगदान के लिए दाता की ब्रेन डेथ की पुष्टि होना आवश्यक है। ब्रेन डेथ का मतलब है कि मस्तिष्क ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया है और यह स्थिति अपरिवर्तनीय है।
अंगों की स्थिति: ब्रेन डेथ के बाद भी अंग स्वस्थ और कार्यशील होने चाहिए। अंग निकालने के बाद उन्हें जल्दी से प्रत्यारोपण के लिए तैयार किया जाता है।
परिवार की सहमति: यदि व्यक्ति ने अपने जीवनकाल में अंगदान के लिए सहमति दी हो, तो भी ब्रेन डेथ के बाद उसके परिवार की सहमति आवश्यक होती है। परिवार को अंगदान के महत्व और प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी दी जाती है।
5. धर्म और सामाजिक मान्यताएँ (Religious and Social Considerations)
धार्मिक सहमति: अंगदान के प्रति विभिन्न धर्मों के अलग-अलग दृष्टिकोण होते हैं। हालांकि, अधिकतर धर्म अंगदान को पुण्य कार्य मानते हैं। दाता और उसके परिवार के धार्मिक मान्यताओं का सम्मान किया जाता है।
सामाजिक और सांस्कृतिक मान्यताएँ: अंगदान को लेकर समाज में कुछ विशेष सांस्कृतिक मान्यताएँ हो सकती हैं। ये मान्यताएँ अंगदान के निर्णय को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए जागरूकता और शिक्षा आवश्यक है।
6. पंजीकरण और कानूनी सहमति (Registration and Legal Consent):
पंजीकरण: अंगदाता बनने के लिए व्यक्ति को अंगदान के लिए पंजीकरण करना पड़ता है। यह पंजीकरण ऑनलाइन या संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से किया जा सकता है।
कानूनी सहमति: अंगदान के लिए कानूनी सहमति आवश्यक है। जीवित दाताओं के मामले में, अंगदान से पहले सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाता है, ताकि किसी प्रकार का विवाद न हो।
निष्कर्ष
अंगदान के लिए योग्यता कई कारकों पर निर्भर करती है। स्वस्थ और सामान्य शारीरिक स्थिति वाले व्यक्ति अंगदान के लिए योग्य होते हैं। अंगदान के लिए दाता की आयु, स्वास्थ्य स्थिति, और अन्य चिकित्सा मूल्यांकन आवश्यक होते हैं। ब्रेन डेथ के मामलों में, मृत अंगदान के लिए परिवार की सहमति और अंगों की स्थिति महत्वपूर्ण होती है। जागरूकता और सही जानकारी के माध्यम से अधिक से अधिक लोग अंगदान के लिए प्रेरित हो सकते हैं, जिससे जरूरतमंदों की जान बचाई जा सके।
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